गौ मूत्र का आयात यहां अमरीका में बड़ी मात्रा में भारत से हो रहा है .
भारतीय वंश की गौ माताओं के मूत्र से ही एच आई वी एड्स की, इतर दुसाध्य रोगों की दवा बन रही है। जर्सी गाय इस मामले में किसी मतलब की नहीं है। शिवाम्बु पान हमारे मुनि -समान एक प्रधानमंत्री मुरारजी भाई देसाई - नित्य प्रात : करते रहें हैं।
भारतीय वंश की गौ माताओं के मूत्र से ही एच आई वी एड्स की, इतर दुसाध्य रोगों की दवा बन रही है। जर्सी गाय इस मामले में किसी मतलब की नहीं है। शिवाम्बु पान हमारे मुनि -समान एक प्रधानमंत्री मुरारजी भाई देसाई - नित्य प्रात : करते रहें हैं।
और गोबर तो भारतीय घरों का ईंधन रहा है।भारतीय संस्कृति और कृषि एवं औषधि तंत्र की जान रहा है। इस्कॉन समूह इससे धूपबत्ती ,साबुन,तेल ,इत्र फुलैल आदि सौंदर्य प्रसाधान तैयार करता रहा है।
विषाणु -रोगाणु तमाम किस्म के पैथोजन्स रोगाणु गोबर के लीपे हुए आँगन के पास नहीं फटकते।नासा के अनुसार गोबर से लीपे गए दरो -दीवार ,छत ,आँगन ,दीवारे चौबारे ,बैठक आदि रेडिओधर्मी धूल के प्रभाव से बचे रहते हैं रेडिओ -विकिरण पास नहीं फटकता।
आँगन चौक पुराओ री माई ,रंगमहल में ,
आज तो बधाई री माई रंगमहल में।
आज तो बधाई बाज़ी रंगमहल में।
लोक संस्कृति में रचा बसा हुआ है गोबर।
आज तो बधाई बाज़ी रंगमहल में।
लोक संस्कृति में रचा बसा हुआ है गोबर।
हमारा बुलंदशहर(पश्चिमी उत्तर प्रदेश ) आवास का कच्चा घर हमारे बचपन में इसी गोबर से लीपा जाता था। हमें आज भी उसके बाद का वह सुखाभास स्वच्छता याद है। वह स्वच्छता याद है जो यहां अमरीका में भी महसूस नहीं होती क्योंकि कृत्रिम है ,है ज़रूर स्वच्छता यहां पर भी बे -हद की - लेकिन इन -आर्गेनिक है ,ऑर्गेनिक स्वच्छता तो हमारी गोबर- जन्य संस्कृति की ही देन है।
हाँ हम गोबर खा लेंगें। ऋषिकपूर की तरह गू खाकर आने के बाद मुंबई नगरी में ये नहीं कहेंगे -हाँ मैं गौ मांस खाकर आया हूँ। तब हमारे छोटे भाई यही रणवीर कपूर थे जिन्होनें ऋषि कपूर को यह कहकर समझाया था -पापा आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए था।
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