सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अगस्त, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अब होगा असली खेला : पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बाद हुई हिंसा के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बड़ा झटका लगा है. हाई कोर्ट ने चुनाव बाद हिंसा के दौरान हुए हत्या, बलात्कार के मामलों की सीबीआई (CBI) जांच के आदेश दिए.

  ममता बनर्जी (फाइल फोटो) कोलकाता:  पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बाद हुई हिंसा के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बड़ा झटका लगा है. हाई कोर्ट ने चुनाव बाद हिंसा के दौरान हुए हत्या, बलात्कार के मामलों की सीबीआई (CBI) जांच के आदेश दिए. अन्य अपराधों के लिए एसआईटी गठित कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने मामले पर फैसला सुनाते हुए अन्य अपराधों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया. जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट को देगी. इसकी निगरानी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे. मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को ठहराया था दोषी पीठ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) अध्यक्ष को 'चुनाव के बाद की हिंसा' के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का आदेश दिया था. पैनल ने अपनी रिपोर्ट में ममता बनर्जी सरकार को दोषी ठहराया था और उसने बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर अपराधों की जांच सीबीआई को सौं

Azadi Ka Amrit Mahotsav: जानिए, भारत का राष्ट्रगान जन-गण-मन का वास्तविक अर्थ

  देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है. आजादी का अमृत महोत्सव भारत की स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारत सरकार की ओर से आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की एक शृंखला है. यह महोत्सव जनभागीदारी की भावना में एक जन-उत्सव के रूप में पूरे देश भर में मनाया जाएगा. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में नीतियों और योजनाओं को तैयार करने के लिए गृहमंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय क्रियान्वयन समिति बनाई गई है. महोत्सव के शुरुआती कार्यक्रम 12 मार्च, 2021 से शुरू हो गए हैं. ये कार्यक्रम 15 अगस्त, 2022 से 75 सप्ताह पहले आयोजित किए जा रहे हैं. इस खास अवसर पर आइए राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के बारे में कुछ अहम बातें जानते हैं. ये भी जानते हैं कि हमारे राष्ट्रगान का अर्थ क्या है. राष्ट्रगान में प्रयुक्त हुए शब्दों के मायने क्या हैं. जन-गण-मन अधिनायक जय हे भारत भाग्‍य विधाता पंजाब-सिंधु-गुजरात-मराठा द्राविड़-उत्‍कल-बंग विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्‍छल जलधि तरंग तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मांगे गाहे तव जय-गाथा जन-गण-मंगलदायक जय हे भारत भाग्‍य विध

फूल यूँ खिले, / गलबहियाँ डाले / बैठे हों बच्चे।-हाइकु के लश्कर (प्रथम हाइकु-संग्रह ‘प्रवासी मन’ में डॉ. जेन्नी शबनम)

90. हाइकु के लश्कर इतिहास रचने निकले रमेश कुमार सोनी जी द्वारा मेरी पुस्तक 'प्रवासी मन' की समीक्षा :     हाइकु के लश्कर इतिहास रचने निकले                      अपने प्रथम हाइकु-संग्रह  ‘प्रवासी मन’  में  डॉ. जेन्नी शबनम  ने बिना किसी उपशीर्षकों के अंतर्गत 1060 हाइकु रचते हुए हाइकु साहित्य में धमाकेदार प्रवेश किया है, जो एक लम्बे समय तक याद रखा जाएगा ।  हाइकु जगत में आप विविध संग्रहों ,  पत्र-पत्रिकाओं में, पूर्व से प्रकाशित होते रहीं हैं, इस लिहाज से हाइकु-लेखन में आपका यह अनुभव इस संग्रह में बोलता है ।  हाइकु के संग्रहों से हिंदी साहित्य इन दिनों अटी पड़ी हैं और हाइकु विधा अब किसी परिचय की मोहताज नहीं रही ,  यह देश-विदेशों में हिंदी के प्रचार-प्रसार की पताका फहरा रही है ।  हाइकु यद्यपि तत्काल शीर्ष पर पहुँचने की विधा नहीं है अपितु यह किसी क्षण विशेष की अनुभूतियों को / संवेदनाओं को शब्दांकित करने की विधा है ।  मात्र सत्रह वर्णों में किसी क्षणानुभूति को रचने के लिए एक विशेष साधना की आवश्यकता होती है जो इस संग्रह में परिलक्षित होती है ।        हाइकु एक पूर्ण कविता होती है ।  हाइकु