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या देवी सर्वभूतेषु ...अर्थ सहित

या देवी सर्वभूतेषु ...अर्थ सहित   सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते॥ Audio Player 00:00 00:00 Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume. Audio Player 00:00 00:00 Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume. हे नारायणी!  तुम सब प्रकार का मंगल प्रदान करने वाली मंगल मयी हो। कल्याण दायिनी  शिवा   हो। सब पुरुषार्थो को (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष को) सिद्ध करने वाली हो। शरणागत वत्सला, तीन नेत्रों वाली एवं  गौरी   हो। हे नारायणी, तुम्हें नमस्कार है। शक्ति, चेतना या देवी सर्वभूतेषु  शक्ति-रूपेण  संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ जो देवी सब प्राणियों में  शक्ति   रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार, नमस्कार, बारंबार नमस्कार है। या देवी सर्वभूतेषु  चेतनेत्यभि -धीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ जो देवी सब प्राणियों में  चेतना   कहलाती हैं, उनको नमस्कार, नमस्कार, बारंबार नमस्कार है। ( चेतना   : sense, consciousness – स्वयं के और अपने आसपास के वातावरण के तत्वों का बोध होने, उन्हें समझने तथा उनकी बातों का मूल्यांक

कैसा सेकुलर समाज है यह प्रजातांत्रिक संघीय गणराज्य है यह जहां धार्मिक आधार पर भेदभाव है मंदिर मस्जिद गिरजे गुरद्वारों का रखरखाव स्वायत्त नहीं है। मंदिरों पर सरकारी कब्ज़ा है।

मंदिरों पर सरकारी कब्ज़े का सवाल (शंकर शरण ) क्या इससे बड़ा धार्मिक अन्याय हो सकता है कि करीब चार लाख से अधिक मंदिरों पर सरकारी कब्ज़ा है ,किन्तु एक भी चर्च या मस्जिद पर राज्य का नियंत्रण नहीं ? लेखक राजनीति शास्त्र के प्रोफ़ेसर एवं वरिष्ठ साहित्यकार हैं।  response@jagran.com  उत्तरा खंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर  से राज्य के ५१ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर करने की घोषणा उस मुहिम का नतीजा है ,जिसके तहत कुछ समय से सचेत हिन्दू पूरे देश में मंदिरों की मुक्ति का अभियान चला रहे हैं। धीरे -धीरे इसमें इतनी गति आ गई है कि राजनीतिक दल भी इसे अपने वायदों (संकल्प पत्रों मैनिफेस्टोज में भी स्थान देंगे आज नहीं तो कल ) में जगह देने  लगें हैं।  तमिलनाडु विधान सभा चुनाव के दौरान सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने लोगों से निवेदन किया कि वे वोट मांगने वालों से मंदिरों को राजनीतिक चंगुल से मुक्त कराने  का वचन लें। इसी तरह अपवर्ड ,जयपुर डायलॉग्स जैसे कुछ शैक्षिक -वैचारिक मंच भी इसके लिए जन-जागरण चला रहे हैं। इस बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कई मंदिरों के लिए केंद्रीय बोर्ड बनाने की भी बात छेड़ी है यान