राहुल शीर्षासन में खड़े होकर दो टूक माफ़ी मांगें देश और संसद से इस छैला राजकुमार की तब बांछें खिल गईं थीं जब राफेल मुद्दे पर पांच अलग अलग याचिकाएं दायर हुई थीं और सुप्रीम कोर्ट ने कहा था जो कुछ आप सूचना देना चाहें बंद लिफाफे में देवें क्योंकि मामला देश की प्रतिरक्षा व्यवस्था से जुड़ा है। स्वागत किया तब राहुल दत्तात्रेय ने सुप्रीम कोर्ट का यह कहते हुए अब खुलेगी पोल। अब ये उसी कोर्ट के फैसले को मान ने के लिए तैयार नहीं हैं। जॉइंट पार्लिअमेंटरी कमिटी बनाने की मांग उठवा रहें हैं अपने खड़गों-सूरजो से। वह सूरजे तो यह भी कह देगा मैं सुरजे नहीं हूँ। यह वह पार्टी है जिसमें एक कमल घात शहज़ादे का अम्बुपान करते करते मुख्यमंत्री बन गए हो सकता है कल को खड़गे के हाथ भी कुछ लग जाए। बतलातें चलें आपको जो मामला देश की अस्मिता से जुड़ा है (प्रत्येक सरकार के देश की सुरक्षा से जुड़े कुछ मामले होते हैं जो सार्वजनिक नहीं किये जाते )किस हस्ती से ये मतिमंद कुमार राहु राजनीति का ,ज़वाब देही मांग रहा है स...