महाकाल के हाथ पर गुल होते हैं पेड़ ,
सुषमा तीनों लोक की कुल होते हैं पेड़।
एक वृक्ष औसतन एक साल में २५० पाउंड्स प्राण वायु ऑक्सीजन पैदा करता है।
कम्प्यूटेशनल मॉडल्स स्टडीज़ (कम्प्यूटरीकृत निदर्श अध्ययनों )से मालूम हुआ है ,तरुवर कणीय प्रदूषकों (Particulate Matter -PM)के हवा में स्तर को ७ %से २० फीसद तक कम कर सकते हैं। चौड़ी बड़ी पत्तियाँ इन कणीय प्रदूषकों की अपेक्षाकृत अधिक मात्रा ज़ज़्ब कर लेती हैं।इसीलिए ये वेरिएशन या बदलाव देखने को मिलता है।
कार्बन सिकुवेसट्रेशन (कार्बन पृथक्करण /प्रच्छादन )द्वारा पेड़ वायुमंडल से कार्बन डायआक्साइड छांट कर अलग कर देते हैं कार्बन का अभिग्रहण कर लेते हैं एक साल में एक पेड़ इसी तरीके से ८०० पौंड कार्बन संग्रहण कर लेता है।
Carbon sequestration is the process of capture and long -term storage of atmospheric carbon dioxide,
विज्ञानियों ने पता लगाया है मनुष्य अब तक पृथ्वी की कुल वृक्ष सम्पदा (वन्य धरोहर) का ४६ फ़ीसद सफाया कर चुका है। यह खुलासा १९९० से लेकर २०१६ तक संपन्न अध्ययनों से हुआ है।१. ३ मिलियन वर्ग किलोमीटर वन्य क्षेत्र इस दरमियान साफ़ कर दिए गए।
तरुवर धूल ,धूम्र (धूआं ,स्मोक ) तथा हानिकर गैसों को हमारे वायुमंडल से सोख लेते हैं जज़्ब कर लेते हैं विषपाई वन्य शंकर हमारे भले के लिए अपने फेफड़ों पे ले लेते हैं मुसीबत । पेड़ों की पत्तियों की निचली सतह छिद्रिल होती है रंध्र लिए रहती है।इसी स्टोमा (स्टोमेटा )से ये नाइट्रोजन ऑक्साइड ,सल्फर आदिक गैसों की जज़्बी करते हैं इन्हीं से वायुमंडल से कार्बनडाइआक्साइड जज़्बी करते हैं।
शीतलता प्रदान करते हैं तरुवर इवॉपो-ट्रांसपिरेशन (पत्तियों की सतह से जलवाष्प का उड़ना )द्वारा। जल के तेज तर्रार उड़ने वाले अणु अपने साथ ताप भी ले जाते हैं इसीलिए पेड़ों के गिर्द ठंडक होती है.इस वजह से वायुमंडल में नमी बढ़ती है। एक अनुमान के अनुसार एक ओक ट्री ही एक साल में ट्रांस्पिरेशन द्वारा ४० ,०० ० गेलन छोड़ता है।
Evaporation which takes place at all temperature produces cooling since only those molecules leave the surface which are the most energetic and hence takes away heat with them .
पेड़ आश्राय स्थली रैन बसेरे बनते हैं सैंकड़ों परिंदों (पक्षियों की प्रजातियों )की, बनस्थली बनते हैं हेबिटाट हैं पक्षी प्रजातियों के।
A Stanford university found that adding one single tree to a pasture increased a region's diverse bird species from near 0 to 80.
पेड़ खुद ही अपनी खाद बन जाते हैं। अमरीका जैसे विकसित देशों में जीर्ण शीर्ण काय वृक्षों को मशीन देखते ही देखते बुरादे में तब्दील कर देती है। मैं ये दृश्य अपने अमीरिका प्रवास के दौरान कई मर्तबा कौतुक से देख चुका हूँ।
सुषमा तीनों लोक की कुल होते हैं पेड़।
एक वृक्ष औसतन एक साल में २५० पाउंड्स प्राण वायु ऑक्सीजन पैदा करता है।
कम्प्यूटेशनल मॉडल्स स्टडीज़ (कम्प्यूटरीकृत निदर्श अध्ययनों )से मालूम हुआ है ,तरुवर कणीय प्रदूषकों (Particulate Matter -PM)के हवा में स्तर को ७ %से २० फीसद तक कम कर सकते हैं। चौड़ी बड़ी पत्तियाँ इन कणीय प्रदूषकों की अपेक्षाकृत अधिक मात्रा ज़ज़्ब कर लेती हैं।इसीलिए ये वेरिएशन या बदलाव देखने को मिलता है।
कार्बन सिकुवेसट्रेशन (कार्बन पृथक्करण /प्रच्छादन )द्वारा पेड़ वायुमंडल से कार्बन डायआक्साइड छांट कर अलग कर देते हैं कार्बन का अभिग्रहण कर लेते हैं एक साल में एक पेड़ इसी तरीके से ८०० पौंड कार्बन संग्रहण कर लेता है।
Carbon sequestration is the process of capture and long -term storage of atmospheric carbon dioxide,
विज्ञानियों ने पता लगाया है मनुष्य अब तक पृथ्वी की कुल वृक्ष सम्पदा (वन्य धरोहर) का ४६ फ़ीसद सफाया कर चुका है। यह खुलासा १९९० से लेकर २०१६ तक संपन्न अध्ययनों से हुआ है।१. ३ मिलियन वर्ग किलोमीटर वन्य क्षेत्र इस दरमियान साफ़ कर दिए गए।
तरुवर धूल ,धूम्र (धूआं ,स्मोक ) तथा हानिकर गैसों को हमारे वायुमंडल से सोख लेते हैं जज़्ब कर लेते हैं विषपाई वन्य शंकर हमारे भले के लिए अपने फेफड़ों पे ले लेते हैं मुसीबत । पेड़ों की पत्तियों की निचली सतह छिद्रिल होती है रंध्र लिए रहती है।इसी स्टोमा (स्टोमेटा )से ये नाइट्रोजन ऑक्साइड ,सल्फर आदिक गैसों की जज़्बी करते हैं इन्हीं से वायुमंडल से कार्बनडाइआक्साइड जज़्बी करते हैं।
शीतलता प्रदान करते हैं तरुवर इवॉपो-ट्रांसपिरेशन (पत्तियों की सतह से जलवाष्प का उड़ना )द्वारा। जल के तेज तर्रार उड़ने वाले अणु अपने साथ ताप भी ले जाते हैं इसीलिए पेड़ों के गिर्द ठंडक होती है.इस वजह से वायुमंडल में नमी बढ़ती है। एक अनुमान के अनुसार एक ओक ट्री ही एक साल में ट्रांस्पिरेशन द्वारा ४० ,०० ० गेलन छोड़ता है।
Evaporation which takes place at all temperature produces cooling since only those molecules leave the surface which are the most energetic and hence takes away heat with them .
पेड़ आश्राय स्थली रैन बसेरे बनते हैं सैंकड़ों परिंदों (पक्षियों की प्रजातियों )की, बनस्थली बनते हैं हेबिटाट हैं पक्षी प्रजातियों के।
A Stanford university found that adding one single tree to a pasture increased a region's diverse bird species from near 0 to 80.
पेड़ खुद ही अपनी खाद बन जाते हैं। अमरीका जैसे विकसित देशों में जीर्ण शीर्ण काय वृक्षों को मशीन देखते ही देखते बुरादे में तब्दील कर देती है। मैं ये दृश्य अपने अमीरिका प्रवास के दौरान कई मर्तबा कौतुक से देख चुका हूँ।
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